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मेरे सनम को हमसे इस कदर नफरत

हद ना थी उसकी मोहब्बत की मेरे खातिर,
आज उन्हें मोहब्बत के नाम से नफरत है,
क्या मंजर पेश आया होगा मेरे सनम के साथ,
के आज उन्हें हमसे इस कदर नफरत है…

कभी वो दूर जाने की बात से भी डरते थे
आज उन्हें हमारे करीब आने से नफरत है,
कभी याद करते थे तो खाना पीना भूल जाते थे,
आज उन्हें हमारी यादो से भी नफरत है….

क्या मंजर पेश आया होगा मेरे सनम के साथ,
के आज उन्हें हमसे इस कदर नफरत है…

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Dard-E-Tanhai Shayari on Narazgi

किसी से नाराज़गी रखना गलत बात है
मगर ज़रा सोचो ये भी तो एक जज़्बात है

ज़िन्दगी के बारे में बस इतना जान लो तुम
ख़्वाबों से हक़ीक़त की यह मुलाकात है

किसी शायर की आँखों में देखो तो पता चले
तन्हा तन्हा ये दिन, तन्हा तन्हा ये रात है।

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Bematlab Ki Chahat Shayari

Bematlab Ki Chahat Shayari

दर्द भी वही और राहत भी वही,
मेरी मुश्किलें और, बुरी आदत भी वही
उसे भूलना हर सहर मक़सद है मेरा
हर सुबह फ़िर बेमतलब सी चाहत भी वही

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Pyar Bhari Umeed Shayari

Pyar Bhari Umeed Shayari with Sad Girl Image

 

सालो बाद उनसे मिलने का समां केसा होगा,
मैं याद भी हूँ उसे या वो भूल चूका होगा,
इस जनम ना सही, मिलेंगे फिर किसी जनम में
जैसे गुल से गुल मिले हो एक प्यार भरे चमन में

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वो आयेगा ज़रूर वो उम्मीदें बाकी हैं

Hope Shayari Waiting for Someone Lover

 

अभी कुछ दूरियां तो कुछ फांसले बाकी हैं,
पल-पल सिमटती शाम से कुछ रौशनी बाकी है,
हमें यकीन है कि कुछ ढूंढ़ता हुआ वो आयेगा ज़रूर
अभी वो हौंसले और वो उम्मीदें बाकी हैं।

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सबने साथ छोड़ दिया Alone Shayari

सबने साथ छोड़ दिया Alone Shayari

कदम कदम पे बहारों ने साथ छोड़ दिया,
पड़ा जब वक़्त तब अपनों ने साथ छोड़ दिया,
खायी थी कसम इन सितारों ने साथ देने की
सुबह होते देखा तो इन सितारों ने साथ छोड़ दिया।

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इंसान यहाँ बेमतलब जिए जाता है

इंसान यहाँ बेमतलब

ऐ खुदा बुला ले अब तो अपने पास मुझे,
क्यों मुझसे तू और इम्तेहान लिए जाता है,
अब किसी को जरुरत नहीं है जहाँ में मेरी
ये इंसान यहाँ पर बेमतलब जिए जाता है.