हर ख़ुशी हैं यूँ तो यहाँ, पर अधूरी सी लगती हैं
मनाता है ये दिल जश्न, मगर साथ की एक कमी सी लगती हैं
देख औरो को संग संग, दुआ दिल दिए जाता हैं सब को
मगर अपने लिए की हुई दुआ, बड़ी बे-असर सी लगती हैं
खुशियों के पलों में भूल बैठे हम जो कुछ यादें
तन्हाई में वो ही दस्ती सी फिर हर पल लगती हैं
आया हैं नया साल 2023, ले कर नया सवेरा हर तरफ
हर सुबह में, दिल की सुबह की कमी सी लगती हैं
~ पूजा