चेहरे पे मेरे जुल्फो को
फैलाओ किसी दिन,
क्यों रोज सिर्फ गरजते हो
बरस जाओ किसी दिन,
खुशबु की तरह गुजरो
मेरे दिल की गली से
फूलों की तरह मुझपे
बिखर जाओ किसी दिन.
चेहरे पे मेरे जुल्फो को
फैलाओ किसी दिन,
क्यों रोज सिर्फ गरजते हो
बरस जाओ किसी दिन,
खुशबु की तरह गुजरो
मेरे दिल की गली से
फूलों की तरह मुझपे
बिखर जाओ किसी दिन.