अदा लबों से दिल की बात हो जाने दो,
कबूल आज दिल की इबादत हो जाने दो,
तनहा चल रहे हो दश्त ए जीस्त में
दो पल मुझको जरा साथ हो जाने दो !
अदा लबों से दिल की बात हो जाने दो,
कबूल आज दिल की इबादत हो जाने दो,
तनहा चल रहे हो दश्त ए जीस्त में
दो पल मुझको जरा साथ हो जाने दो !
nice shayari