ऐ खुदा बुला ले अब तो अपने पास मुझे,
क्यों मुझसे तू और इम्तेहान लिए जाता है,
अब किसी को जरुरत नहीं है जहाँ में मेरी
ये इंसान यहाँ पर बेमतलब जिए जाता है.
ऐ खुदा बुला ले अब तो अपने पास मुझे,
क्यों मुझसे तू और इम्तेहान लिए जाता है,
अब किसी को जरुरत नहीं है जहाँ में मेरी
ये इंसान यहाँ पर बेमतलब जिए जाता है.